प्रोटीन क्या है ( protein kya hai )
प्रोटीन सब्द ग्रीस भाषा से लिया गया है इसका अर्थ होता है प्रारंभिक आवश्यक पदार्थ
अगर देखा जाए तो प्रोटीन सभी कोशिकाओं के लिए रा मटेरियल का काम करता है ,प्रोटीन के द्वारा ही कोशिकाओं का स्ट्रक्चर बनता है इसके द्वारा सजीव प्राणी के 14 %परसेंट तथा स्वस्थ शरीर का 75% भाग बनता है
अगर प्रोटीन का राशयनिक संघठन देखें तों इसमें मुख्य भाग nitrogen का होता है इसके अलावा अमीनो एसिड्स के निर्माण में यह सहायक होता है , प्रोटीन कई सारे प्रोटीन के कई सारे अनु आपस में मिलकर कुछ आणविक भार वाले पॉलीमर बनाता है जबकि प्रोटीन खुद अमीनो एसिड्स का बना हुआ होता है
अर्थात प्रोटीन की स्ट्रक्चर हम देखें तब उसमें सबसे सुरुवाती हिस्सा अमीनो एसिड्स का होगा कई अमीनो एसिड्स मिलकर प्रोटीन बनाते हैं और कई प्रोटीन मिलकर कोशिका बनाते हैं ,प्रोटीन में कई प्रकार के अमीनो एसिड्स जैसे कार्बोक्सिलिक ग्रुप और अमीनों एक दूसरे से सयोजित होते हैं
प्रोटीन का मुख्य काम शरीर की वृद्धि करना नए कोशिका बनाना और कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत करना है
प्रोटीन क्या है -परिभासा
प्रोटीन एक ऐसा पदार्थ है जो की बॉडी के निर्माण में खास भूमिका निभाता है इसके द्वारा शरीर के निर्माण और अंगों की विकास में मुख्य भूमिका निभाता है
जिससे कहा जा सकता है की यह शरीर के विकास और वृद्धि करने में सबसे अधिक भाग लेता है यह किसी जीव के जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण होता है
प्रोटीन की संरचना
अगर इसकी रचना के बारे में बात करें तब यह जटिल कार्बनिक यौगिक है जो अमीनो अम्ल नामक सरल यौगिक से मिलकर बना होता है आपको जानकर ताज्जुब होगा कि अमीनो अम्लों में नाइट्रोजन ,कार्बन ,हाइड्रोजन और ऑक्सीजन प्रमुख योगिक है जिसमे भी नाइट्रोजन मुख्य भूमिका निभाता है
प्रोटीन के कार्य
- शरीर का ढांचा बनता है
- muscle बनाने का का मुख्य काम करता है
- शरीर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है
प्रोटींस के के प्रकार – इनके पाए जाने के आधार पर इन्हीं बांटा गया है
1 सरल प्रोटींस
इस प्रकार के प्रोटीन की विभाजन से केवल अमीनो अम्ल ही बनते हैं इनके कई प्रकार हैं जिनको हम एल्बुमिन ग्लोब्युलिन स्टोंस स्क्लेरोप्रोटीन न्यूक्लियोप्रोटीन आदि के नाम से जानते हैं
2 सयंगुमित प्रोटीन
इस प्रकार की प्रोटीन सरल प्रोटीन होते हैं इसके साथ अन्य पदार्थ के मिलने से और सारे प्रोटीन बनते हैं जैसे इनको मैं आपको नाम से बताता हूं
क्रोमोंप्रोटीन ग्लाइकोप्रोटींस भाजपा प्रोटीन लिपॉप्रोटीन अब तो आपको पता चल गया होगा कि प्रोटींस के कितने प्रकार होते हैं
3 व्युत्पन्न प्रोटीन
जैसे की नाम से ही ज्ञात हो रहा है यह प्रोटीन से ही उत्पन्न होता है इसमें प्राकृतिक प्रोटीन का जब जल अपघटन किया जाता है तब इससे बने प्रोटीन को व्युत्पन्न प्रोटीन कहा जाता है
उदाहरण –पेप्टाइड, प्रोटीअन्स, pepton,आदि।
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दूध,चिकन, मछली,योगर्ट, बीन्स, अंडे, नट्स, चीज़ जैसी चीज प्रोटीन के स्त्रोत है
प्रोटीन सभी कोशिकाओं के लिए रा मटेरियल का काम करता है ,प्रोटीन के द्वारा ही कोशिकाओं का स्ट्रक्चर बनता है इसके द्वारा सजीव प्राणी के 14 %परसेंट तथा स्वस्थ शरीर का 75% भाग बनता है
प्रोटीन 3 प्रकार के होते हैं
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