भूकंप क्या है | भूकंप के प्रभाव | भूकंप का कारण

भूकंप क्या है -भूकंप भूमि के नीचे तेजी से होने वाली ज़मीन की plate में हलचल से जुड़ा नैचुरल डिज़ास्टर है। यह तब होता है जब भू परपटी के दो plate आपसे में एक दूसरे पर दबाव डालते हुए अचानक से भू तल पर से तल में तेज़ी से ऊर्जा रिलीज़ होती हैं जिसके कारण पृथ्वी का ऊपरी तल हिलने लगती है

दोस्तों आप सभी ने भूकंप के बारे मे सुना होगा ‘भूकंप को लेकर आपके मन मे ख्याल आता होगा कि तो चलिए आज आपको earthquke के बारे में आपको पूरी जानकारी देते हैं जिसमे आप भूकंप के कारण और प्रभाव जान पाएंगे

भूकंप क्या है ? ( WHAT IS EARTHQUAKE in hindi )

जब earth का ऊपरी परत मे कम्पन हो और ऊपरी सतह की संरचना कम या जादा परिवर्तित हो जाये  जिससे प्राकृतिक और इंसानों का आर्थिक  नुकसान हो तब यह स्थिति भूकंप (EARTHQUAKE) कहलाती है 

EARTHQUAKE हमेशा पृथ्वी के ऊपरी भू परपटी में आती हैं, इसके कारण ज़मीन फट सकती हैं और दरार पड़ जाती हैं

भूमि की संरचना –Structure of earth 

Earth की रचना कई soil plate से हुई है, पृथ्वी की आतंरिक भाग crod कहलाती है जिसके मध्य मे solid और किनारे मे liquid भरा होता है  इसके बाद बाहर का  भाग मेटल  कहलाता है ( पृथ्वी की उत्पत्ति का सिद्धांत )

 metal पृथ्वी की ऊपरी परत से 2900 किलोमीटर तक अंदर तक फैला होता है और crod, मेटल  के बाद आगे 3478 किलोमीटर तक फैला होता है और जानने वाली बात ये है की 2900+3472=6378 किलोमीटर है जो पृथ्वी के केंद्र तक गहराई बताती है और इसे हम पृथ्वी की त्रिज्या कहते हैं जो 6378 किलोमीटर होती है

Photo 1632584708784 compress39

भूकंप आने के कारण ( WHAT ARE THE CAUSES OF EARTHQUAKE ) 

मेटल   मे जो soil परत होती  वह सबसे ऊपरी और कमजोर परत  होती है  जो soil plateसे बनी हुई है और ये plate हमेशा अपनी जगह बदलती रहती है जिसके कारण  दो  plate आपस मे  एक दूसरे को धकेलती रहती  है,

जिससे इनके बीच  ऊर्जा store हो जाती है और   जब कोई हलकी plate और भारी plate आपस मे एक दूसरे पर दबाव बनाती हैं तब भारी plate निचे दबकर हलकी plate को अपने ऊपर उठा लेती है  जिससे store हुई ऊर्जा बाहर आकर कम्पन मे बदल जाती है और ऊपरी परत जिसको हम भूमि कहते हैं वह हिलने लगती है,

plate की movement- tectonics कहलाती है जो भूकंप का कारण बनती है ।भूमि के कम्पन और हिलने से जान माल को बहुत नुकसान पहुँचता है

भारत के भूकंप क्षेत्र

INDIAN PLATE लगातार पिछले कुछ सालो से उत्तर पूर्व दिशा की ओर प्रतिवर्ष 1 सेंटी मीटर खिसक रहा है जिससे उत्तर- पूर्व राज्यों मे EARTHQUAKE आता रहता है

इंडियन  प्लेट  गोंडवाना LAND का एक हिस्सा रहा है जो उत्तर- पूर्व की ओर खिसक रहा है इसके आगे यूरिशियन PLATE है जो गोंडवाना LAND को आगे बढ़ने से रोकता है 

और जब इनके बीच POWER LOCK हो जाता है तब कभी अचानक POWER बाहर आता है तो उत्तर- पूर्व राज्यों मे भूकंप आ जाता है और इसके कारण MOUNT EVEREST का भी HEIGHT लगातार बढ़ता जा रहा है जिसका कारण है  gondwana plate का यूरिशियन plate पर  चढ़ना 

भूकंप से प्रभावित राज्य

गुजरात, जम्मू &कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, पश्चिम बंगाल जैसे राज्य भूकंप प्रभावित छेत्र मे आता है, भूकंप आने के आधार पर भारत को 5 भूकंप छेत्रो मे बाटा गया है

भूकंप तरंगो के प्रकार

Tectonic-

plates के खिसक जाने से भूमि मे हलचल आ जाती है जिसे विवर्तनिका (Tectonic) कहा जाता है यह EARTHQUAKE का मुख्य कारक है 

Volconic-

ज्वालामुखी की फटने या magma निकलने से Tectonic plate हलके से कम्पन करते हैं, किन्तु यह सिर्फ सक्रिय ज्वालामुखी मे संभव है,  Volconic EARTHQUAKE कहलाता  है

Explosion –

  जब  कही पर परमाणु या मिसाइल हमले हो या उनकी testing चल रही हो, तब वहाँ परमाणु या मिसाइल से उत्पन्न तरंग से  भूमि हिलने लगती है जो विस्फोट की वजह से होती है 

 Collapse –

जिन छेत्रो मे भूमिगत खान होती है जहाँ से कोयला, लोहा, हिरा, सोना निकाला जाता है वहाँ की अंदर की जगह खोखला हो जाता है जिसमे कभी -कभी  जमीन अंदर धस जाती है जिससे कंपन्न आता है उस स्थान पर, इसको Collapse earthquake कहा जाता है

Reservoir Induced –

ये उन जगहों मे आते हैँ जहाँ बड़े बड़े बांध अपने मे विशाल जलरासी समेटे हुए होते हैं जिससे उस स्थान के प्लेट पर बहुत जादा दबाव होता है, कभी -कभी इसी दबाव के कारण उस area मे कंपन्न आता है जो बहुत जादा तो नही होता किन्तु  बांध टूटने का डर बना रहता है

भूकंप का मापन – सिस्मोग्राफ नामक यन्त्र की सहायता से की जाती है तथा भूकंप की तीव्रता रियेक्टर स्केल पर देखा जा सकता है

भूकंप के प्रभाव

  • भूमि हिलने लगती है
  • भूमि में लम्बे दरारे पड़ने लगती है
  • बिल्डिंग हिलकर गिरने लगता है
  • गहरा गड्ढा हो जाता है
  • पेड़ पौधे गिर जाते है
  • पुल टूटे जाते है
  • सड़क ख़राब हो जाता है
  • पृथ्वी के अंदर से गैस नीकलने लगता है
  • प्राकृतिक और मानवीकृत सम्पति का नुकसान होता है
  • मानव के साथ ही जिव जंतु की मृत्यु हो जाती है

भूकंप से कैसे बचे –

  • भूकंप के वक्त घर के अंदर हो और बाहर निकलने का  समय न हो तो  तो पलंग या मजबूत टेबल के निचे घुस कर अपनी जान बचाये
  • अगर घर से बाहर आ पाए तो किसी खुली जगह या मैदान में जाये जहां आस पास बड़ी बिल्डिंग न हो 
  • कार बस ट्रैन या बाइक  में हो तो  रोक कर खाली मैदान में आ जाये
  • बहुत जरुरी सामान जैसे पैसे , मेडिसिन और मोबाइल ही अपने साथ रखे फालतू बोझ रखने से बचे

CONCLUSION – भूकंप क्या है

दोस्तों आज आपने जाना की भूकंप क्या है औरभूकंप के प्रभाव? क्या हैं

“भूकंप क्या है  ” के बारे आप कुछ पूछना चाहते हैं तो कृपया comment box में जरूर क्वेश्चन पूछे हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा, आप हमारे वेबसाइट vigyantk.com पर यू ही आते रहे जहाँ पर हम विज्ञान , प्रोद्योगिकी, पर्यावरण औऱ कंप्यूटर जैसे विषयो पर जानकारी साझा करते है

और भी पढ़े >

Share this

Leave a Comment