ड्रोसोफिला क्या है | drosophila melanogaster in hindi

ड्रोसोफिला क्या है –ड्रासोफिला को अधिकांश लोगो द्वारा  फल फ्लाई के रूप मे जाना जाता है इसके अलावा इसे सिरका  और शराब फ्लाई के नाम से भी जाना जाता है   यह अधिकांश उन फलो के आस पास ही होते हैं जो पक कर सड़ने वाले हों इस फ्लाई के प्रिया फल  मीठे स्वाद वाले जादा होते हैं

drosophila in hindi- में फल  मक्खी  कहा  जाता है 

चलिए इसके बारे में विस्तार से चर्चा करते है

ड्रोसोफिला क्या है

यह Droso– philidae परिवार से संबधित हैं  और यह प्रजाती सिर्फ पके और सड़े फल पर ही निर्भर होती है  इसकी एक और  प्रजाती है जिसको Tephritidae कहा जाता है और ये प्रजाती सिर्फ कच्चे और पक्के फल पर निर्भर रहते हैं

ड्रासोफिला मेलानोगेस्टर का जीवनकाल EGG से DEATH तक  21 दिन का होता हैं इसका विकासकाल  तापमान पर  निर्भर करता हैं विकास का सबसे कम समय  7 दिन का होता है जो 28 डिग्री सेल्शियस  पर प्राप्त करता हैं, egg से adult तक का सफऱ अनुवानसिक  study के लिए  आदर्श  समय होता है, इस फ्लाई के के आकार की वजह से male और  female मे साफ अंतर दीखता है 

इसके  4 जीवन अवस्थाए है – अंडा, लार्वा, प्यूपा, व्यस्क

और इसके विकास मे 3 समूह  भूमिका निभाते हैं – मातृ जीन, विभाजन जीन, होम्योटीक चयनकरता जीन

ड्रोसोफिला मेलानोगेस्टर का जीवन चक्र

यह अपने जीवन अवस्था को विभिन्न चरणों में पूर्ण करता है इनकी जीवन अवस्था में 4 चरण होते हैं पहले चरण में अंडा होता है,अंडे से larva निकलता है जो लगातार  सिर्फ भोजन करते हुए pupa अवस्था में आ जाता है,इसके बाद pupa अवस्था में से वह व्यस्क उड़ने वाली मख्खी में बदल जाती  है  इसकी जीवन चक्र तितली की जीवन चक्र के सामान है 

ड्रोसोफिला मेलानोगेस्टर के खोजकर्ता कौन है 

इस फ्लाई की सबसे पहले खोज 1909 मे थॉमस हंट मॉर्गन  द्वारा  अनुवाशिक  खोज के दौरान किया गया था

इसे lab में क्यों रखा जाता हैं

1 इनका आकार छोटा होता हैं जिससे इन्हे आसानी से संभाला जा सकता है

2 इनके body को निसचेतन का उपयोग कर शून्य कर इनका  आसानी से  अध्यन किया जा सकता है

3 इनको आसानी से male और female के रूप में पहचाना जा सकता है क्योंकि female थोड़ा बड़ी  होती  है male से

4  जो मकखी शारीरिक रूप से young होती हैं  उन्हें  अनुवानशिक cross के लिए  चुना जाता हैं

5 फल मखियो को देखभाल और सँभालने के लिए अधिक यन्त्र और सामग्री की जरुरत नही पडती  इसलिये इन्हे lab में रखना आसान है 

ड्रोसोफिला का उपयोग करके, छात्र क्या सीख सकते हैं 

  1. मेंडल के बनाये गये अनुवानशिक वाद के बारे में जान सकते हैं
  2. आंकडो का उपयोग कर अनुवानशिक परिवर्तन देख सकते हैं
  3. मेलानोगास्टर के जीवन चक्र को समझ कर एक कीट के जीवन चक्र और कायापलट को समझा  जा सकता हैं
  4. पकड़ी गई मख्खीओ में cross करवा कर  mutation और उतपरिवर्तन सीखा जा सकता हैं
  5. मख्खीओ के life cycle से उनके life स्टाइल और स्वस्थ रहने  का राज को जाना जा सकता है

ड्रोसोफिला इतना महत्व पूर्ण क्यों है 

  1.  ड्रासोफिला को प्रयोगशाला मे  जीनेटिक्स अनुसन्धान के लिए रखा जाता हैं, ये सिर्फ एक बार मैथुन कर बहुत सारे egg दे सकते हैं इसके अलावा ये अपना जीवन चकर 14 दिन मे ही पूरा कर सकते हैं, इस कारण इसके  सभी सन्तानो मे बहुत जादा विविधता  होती है और यही विविधता का उपयोग खोज कर, इंसानों के लिए लाभदायक साबित होता  है
  2. ड्रासोफिला का  जिनोम ऐसा है की इसकी जिनोम की  संरचना मानव   जिनोम से 75% मिलता है
  3. इसके जिनोम का उपयोग कर मानव जिनोम का MODAL बना कर मानव बीमारी के इलाज में  उपयोग किया जा रहा है इसमें पार्किंसन रोग भी इलाज शामिल है

CONCLUSION –ड्रोसोफिला क्या है

इंसानो के लिए कुछ ही मखी के बारे में जानना  जरुरी होती  ड्रोसोफिला मेलानोगेस्टर   (drosophila in hindi) उनमे से एक   है, ड्रोसोफिला मेलानोगेस्टर का जीवन चक्र का अध्यन कर आज मनुस्य की बहुत सारी बिमारिओ के बारे में नए खोज हुए है इस तरह से देखा जाये तो यह हमारे लिए लाभदायक है 

” ड्रोसोफिला क्या है ” के बारे आप कुछ पूछना चाहते हैं तो कृपया comment box में जरूर क्वेश्चन पूछे हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा, आप हमारे वेबसाइट vigyantk.com पर यू ही आते रहे जहाँ पर हम विज्ञान , प्रोद्योगिकी, पर्यावरण औऱ कंप्यूटर जैसे विषयो पर जानकारी साझा करते है

FAQ -ड्रोसोफिला क्या है


Q ड्रोसोफिला मेलानोगास्टर की खोज किसने की थी

A ड्रोसोफिला मेलानोगास्टर की खोज 1909 मे थॉमस हंट मॉर्गन  द्वारा किया गया था

Q ड्रोसोफिला मेलानोगास्टर अंडे कहां देती है

Aफल के ऊपर अंडे देती है

Q ड्रोसोफिला मेलानोगेस्टर क्या है

A ड्रासोफिला को अधिकांश लोगो द्वारा  फल फ्लाई के रूप मे जाना जाता है इसके अलावा इसे सिरका  और शराब फ्लाई के नाम से भी जाना जाता है  

और भी पढ़े >

Share this

Leave a Comment