जिन नाभिकीय पदार्थ से नाभिकीय ऊर्जा मिलता है इन्हे नाभिकीय ईंधन कहा जाता है

जब नाभिकीय पदार्थ का उपयोग विखंडन या संलयन मे होता है तब ऊर्जा निकलता है इसे नाभिकीय ऊर्जा कहते हैं

नाभिकीय ईंधन के रूप मे यूरेनियम 234 और यूरेनियम 239 का उपयोग नाभिकीय भट्टी मे होता है

नाभिकीय ईंधन के रूप मे यूरेनियम 234 और यूरेनियम 239 का उपयोग नाभिकीय भट्टी मे होता है

यूरेनियम  की खोज सन 1789 में Klaproth द्वारा पिचब्लेंड  अयस्क से हुआ

सन 1896  में हेनरी बेक्वरेल द्वारा  यूरेनियम के अंदर रेडियो ऐक्टिवता की खोज हुई

यूरेनियम का संकेत U होता है, यह चमकदार श्वेत रंग की धातु है।

इंडिया में यूरेनियम की खान झारखण्ड के जादुगोड़ा में है

इंडिया में यूरेनियम की खान झारखण्ड के जादुगोड़ा में है

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