STD क्या है | सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज कैसे होता है | STI क्या हैं 

STD क्या है ( यौन संचारित रोग )

जब कोई रोग सेक्सुअल एक्टिविटी से होने वाले सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन के कारण होता है तब यह रोग एसटीडी कहलाता है,इस प्रकार का रोग हमेशा असुरक्षित सेक्सुअल एक्टिविटी के कारण ही फैलते हैं

इसके कारण लोगो को बहुत जादा हेल्थ प्रॉब्लम आती है जिससे मौत तक हो जाती है जिसके कारण समाज मे बीमारी और गरीबी का प्रवेश होता है 

STI क्या हैं

जब कोई व्यक्ति असुरक्षित यौन सम्बन्ध बनाता है या किसी यौन रोग से संक्रमित किसी व्यक्ति से बिना प्रोटेक्शन यूज़ किये बनाये जाने वाले रिलेशन से पूर्ण सम्भावना होता हैं की वह इन्फेक्शन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुचे 

STD का FULL FORM

SEXUAL TRANSMITED DISES है 

STD कैसे होता है

  • जब असुरक्षित योन संबंध बनाया जाए
  •  कई लोगों को बीच इस प्रकार का सेक्सुअल संबंध बन जाता है तब STD होने की पूर्ण सम्भावना होता हैं
  • जब किसी व्यक्ति को BLOOD देते वक्त INFECTED BLOOD दिया गया हो
  • INFECTED SERING से भी STD हो सकता है 
  • INFECTED अंग के प्रत्यारोपण से

STD फैलने से कैसे रोके

  • आज कल इस प्रकार की बीमारी बहुत फैलने लगी है जो की जागरूकता और सिक्छा के कमी की वजह से फैलता है
  • इसके लिए  यौवन आते ही यौन सिक्छा देनी चाहिए
  • यौन रोगों की जानकारी सबको होनी चाहिए
  • कंडोम की उपयोगिता समझाया जाना चाहिए
  • गवर्नमेंट स्तर पर यौन रोग परामर्श केंद्र होना चाहिए

एसटीडी वाले रोग कौन से

सामान्य तौर पर एसटीडी बैक्टीरियल और वायरल दोनों तरीकों से होती है इसमें से सबसे घातक बीमारी वायरल से होती है,आईए इन के बारे  जानते हैं

वायरस से होने वाले एसटीडी रोग

एचआईवी,हैर्पिज सिंपलेक्स वायरस, हेपिटाइटिस सी

एचआईवी- जब किसी व्यक्ति में एचआईवी वायरस पाया जाता है तब उस व्यक्ति को एचआईवी पॉजिटिव कहा जाता है और यदि सही समय पर इलाज ना किया जाए तब उसे एड्स बीमारी हो जाता है वर्तमान वक्त में एड्स सबसे खतरनाक बीमारी है

हैर्पिज सिंपलेक्स वायरस- यह बीमारी आजकल सभी जगह पर पाया जाने वाला सामान्य बीमारी है इसके लिए आवश्यक नहीं है कि यह सिक्सुअल एक्टिविटी से ही फैले यह रोग सामान्य लोगों को भी हो सकता है

हेपिटाइटिस सी- यह भी सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिसीसिस है,जो खासतौर पर लीवर को प्रभावित करती है इससे प्रभावित व्यक्ति में लिवर डैमेज होने लगता है जिससे बहुत क्रिटिकल समस्या हो जाती है

बैक्टीरिया से होने वाले एसटीडी

सिफलिस,गोनॉरिया

  • सिफलिस- यह बैक्टीरिया से होने वाला घातक रोग है जिसका सही समय पर उपचार न करने पर तंत्रिका तंत्र और त्वचा पर बहुत अधिक गहरा प्रभाव पड़ता है
  • गोनॉरिया- यह रोग भी सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज है इससे प्रभावित व्यक्ति में  जेनिटल आसपास इंफेक्शन होता है

एसटीडी से कैसे बचें

  • हमेशा सेक्सुअल संबंध बनाने के दौरान कंडोम का उपयोग करें
  • सिंगल रिलेशन रखें
  • अधिक लोगों से सेक्सुअल रिलेशन बनाने से बचें
  • अधिक लोगों से सेक्सुअल रिलेशन होने पर समय-समय पर एसटीडी रोगों की जांच करवाते रहें

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