पौधों का पारिस्थितिक वर्गीकरण -दोस्तों अपने बहुत सारे पेड़ पौधे देखे होंगे लेकिन आपने एक चीज नोट नहीं किया होगा की जियोग्राफी के आधार पर पौधों में विविधता पाई जाती है चलिए आज मैं आपको पौधों का पारिस्थितिक वर्गीकरण कर कई पौधों की कैरेक्टर के बारे में बताऊंगा इसके आधार पर HYDROPHYTE, HALOPHYTE ,XEROPHYTE ,MESOPHYTE पौधों की प्रजातियां पाई जाती हैं चलिए जानते हैं
जलोदभिद पौधा- HYDROPHYTE PLANTS –
जैसे कि आपको नाम से पता चल गया होगा की यह पौधे जल में उगते हैं अर्थात इन पौधों के रूट्स पूरी तरह पानी में दुबे होते हैं इसके आधार पर इसकी विशेषताएं निम्न है
- 1 जड़े कम विकसित या अनुपस्थित होते हैं
- 2 इन पौधों में रूट हेयर और रूट कैप कम विकसित या अनुपस्थित होते हैं
- 3 यह पौधे बहुत लंबे वक्त तक पानी में रहते हैं इसलिए इन्हें बहु वर्षी कहते हैं और इन पौधों में द्वितीयक वृद्धि भी नहीं होती
- 4 इन पेड़ पौधों में आपने देखा होगा इनकी बाहरी सतह पर श्लेष्मा की तरह आवरण लगा होता है जोकि पानी को पौधे के तने में जाने से रोकता है
कमल इस प्रकार की पौधों का उदाहरण है इसके अलावा बहुत सारे हाइड्रो फाइट पौधे होते हैं
सुस्कोदभीद्द पौधा- XEROPHYTE PLANTS –
XEROPHYTE PLANTS जैसे कि इसमें भी आप नाम से समझ गए होंगे शुष्क ( शुष्क पौधा )मतलब होगा जहां पर पाने की कमी पाई जाती हो और ऐसा जगह मरुस्थल होगा जहां मरुस्थल होती है वहां के पेड़ पौधों में कुछ अलग ही प्रकार के जियोग्राफी आधार पर गुण पाए जाते हैं
1 इन पौधों के मुख्य विशेषता यह है कि इनके जड़ जमीन में बहुत गहरे धसे होते हैं
2 इन पौधों के रूट हेयर और रूट कैप बहुत अच्छी विकसित होती है जिसके कारण ही जमीन में बहुत गहरे जा पाते हैं
3 इन पौधों का तना मोटा होता है तथा पेड़ पौधों की ऊंचाई ज्यादा नहीं होती और इन के तनों में कांटे पाए जाते हैं मोटा तना और पत्ते होने की वजह से इनमें पानी का संग्रहण होता है जिससे यह मरुस्थल में लंबे वक्त तक जी पाते हैं
इन पौधों के उदाहरण है- नागफनी ,एलोवेरा ,बबूल आदि
मीशो फाइट पौधे -MESOPHYTE PLANT –
इसे हिंदी में मध्यओंदभीद पौधा ( MESOPHYTE PLANT )कहा जाता है जैसा कि इसमें भी नाम से पता चल रहा है की यह पौधे ना तो बहुत ज्यादा पानी वाली जगह में और ना बहुत सुखी जगह में पाए जाते हैं मतलब की जहां पर सामान्य प्रकार का एटमॉस्फेयर पाया जाता है वहां पर इस प्रकार के पेड़ पौधे पाए जाते हैं इस प्रकार के पौधे हैं- गेहूं ,चन्ना ,,मक्का,गुड़हल ,आम इत्यादि
लवणीय पौधा – HALOPHYTE PLANTS –
HALOPHYTE PLANTS -इसको हिंदी में लवणीय पौधा कहा जाता है यह पौधे उन जगहों में पाए जाते हैं जहां पर समुद्री पानी भूमि के तटों पर लगी होती है तो यह जो इलाका होगा वह समुद्री तटवर्ती इलाका होगा समुद्री पानी में नमक की मात्रा अधिक होती है इसलिये इन तट वर्ती जगहों में उगने वाले पेड़ पौधे हेलो फाइट पौधे कहलाते हैं इस प्रकार के परिस्थितिक तंत्र में मैनग्रोव फॉरेस्ट पाया जाता है
मैनग्रोव ट्री की जड़े समुद्र की खारे पानी पर डूबी होती है और पेड़ ऊपर होता है डूबे हुए जड़ों से तना समान संरचना निकलता है जो पानी के ऊपर होता है इन रचनाओं से गैस का आदान-प्रदान होता है इन संरचनाओं को न्यूमेटोफोर कहा जाता है
आपने क्या सीखा – पौधों का पारिस्थितिक वर्गीकरण
आज हमने आपको पौधों के पारिस्थितिक वर्गीकरण वर्गीकरण के बारे में पूरी जानकारी दी जिसमे आप समझ पाए होंगे की पारिस्थिति आधार पर पौधे उगते है और ऐसी आधार पर उनका वर्गीकरण होता है
और भी पढ़े >
- जलोद्भिद पौधे किसे कहते हैं
- Meshophyte की पूरी जानकारी
- नमकीन पौधा किसे कहते है
- पारिस्थितिक तंत्र क्या है
- लवणीय पौधा क्या है
- वनों के प्रकार इन हिंदी
- जीरो फाइट प्लांट्स क्या है
- कैम प्लान्ट्स क्या है
- C3 प्लांट्स क्या है
- C4 प्लांट्स क्या है
- रंध्र किसे कहते है
FAQ
जो जल में उगते है HYDROPHYTE PLANTS कहलाते है
सूखे छेत्रो में उगने वाले पौधे XEROPHYTE PLANTS होते है
जहां पर मध्यम प्रकार का वर्षा होता है वहां MESHOPHYTE PLANTS होते है
जो समुद्री या नमकीन पानी में उगते है HALOPHYTE PLANTS होते है
आपने क्या सीखा- पौधों का पारिस्थितिक वर्गीकरण
आपने जाना की जिस प्रकार जियोग्राफी के आधार पर जीवो में भिन्नता पाया जाता है वैसे ही पौधों का पारिस्थितिक आधार पर पौधों का पारिस्थितिक वर्गीकरण किया जाता है