विद्युत सेल किसे कहते है | विद्युत सेल के प्रकार | vidyut cell in hindi

विद्युत सेल किसे कहते है -दोस्तों आज हम बात करेंगे विद्युत सेल के बारे में जिसे हम इंग्लिश में इलेक्ट्रिक सेल कहते हैं, यह एक ऐसा बहुत इम्पोर्टेन्ट चीज है जिसकी बिना हमारा जीवन शून्य हो जायेगा क्योंकि इसके बिना हमारे बहुत सारे उपकरण फालतू हो जायेंगे

चलिए आज हम इस पोस्ट में आपको बताएंगे कि विद्युत सेल किसे कहते है और विद्युत सेल से ऊर्जा कैसे बनती है तो चलिए शुरू करते हैं

विद्युत सेल किसे कहते है

विद्युत सेल एक ऐसा उपकरण है जो रसायनिक सिद्धांत पर काम करता है विद्युत सेल में रासायनिक ऊर्जा का रूपांतरण विद्युत ऊर्जा में होता है इसके लिए विद्युत सेल में ऐसे रासायनिक तत्व का उपयोग किया जाता है जिसके द्वारा रासायनिक क्रिया कर यह हमें विद्युत ऊर्जा प्रदान करता है

इसके लिए रासायनिक तत्व को ऐसे युक्तियों में रखा जाता है जिससे विद्युत् ऊर्जा सतत रूप से कुछ समय तक प्राप्त होती है , रासायनिक तत्व को कई ऐसे युक्तियों में रखने के आधार पर विद्युत सेल के प्रकार में इनको बाटा गया है जो निम्न है

1 साधारण या वोल्टीय सेल
2 लोक्लांसी सेल
3 डेनियल सेल
4 शुष्क सेल

विद्युत सेल की संरचना

विद्युत सेल एक प्लास्टिक या धातु का एक बर्तन में बना होता है जिसमें इलेक्ट्रोड लगा होता है जिसमें विद्युत सेल की क्रिया पर आधारित एक या दो इलेक्ट्रोड लगे होते हैं,जिस विद्युत सेल में एक इलेक्ट्रोड लगा होगा उसमें उस विद्युत सेल का बाहरी आवरण दूसरा विद्युत आवेश प्रदाता क्षेत्र होगा इसके आधार पर विद्युत आवेश को धन आवेश और ऋण आवेश में बांटा गया है

विद्युत सेल में इलेक्ट्रोड जिनमें धन आवेश होगा उसको एनोड़ कहा जाता है तथा जिसमें ऋण आवेश होगा वह कैथोड कहलाता है

इस प्रकार एक इलेक्ट्रोड वाले विद्युत सेल में धन आवेश और ऋण आवेश इलेक्ट्रोड और विद्युत आवेश प्रदाता समूह में बटा होगा और जिस विद्युत सेल में दो इलेक्ट्रोड होंगे उसमें से एक इलेक्ट्रोड धन आवेश तथा दूसरा इलेक्ट्रोड ऋण आवेश होगा

जब इन दोनों आवेश प्रदाता स्थल से आवेश लेकर किसी माध्यम में आवेश को प्रवाहित किया जाए तब उस आवेश में विद्युत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है और उसके दो बिंदुओं के बीच विभवांतर उत्पन्न होता है जिसके कारण इलेक्ट्रान के प्रवाह के विपरीत दिशा में विद्युत धारा प्रवाहित होती है

तो दोस्तों हमने बात की विद्युत सेल के बारे में अब हम विद्युत सेल के प्रकार के बारे में विस्तार से जानेंगे

विद्युत सेल के प्रकार

विद्युत सेल को मुख्यतः दो भागों में बांटा गया है जिसमें पहला है प्राथमिक सेल और दूसरा द्वितीयक सेल है चलिए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं

A-प्राथमिक सेल

यह सेल विद्युत रासायनिक पर आधारित होते हैं अर्थात जिसमें रासायनिक क्रिया कर विद्युत उत्पादन किया जाता है वे सेल प्राथमिक सेल कहलाते हैं इस में उपयोग होने वाले रसायन के आधार पर प्राथमिक सेल को कई प्रकार के भागों में बांटा गया है चलिए प्राथमिक सेल के प्रकार के बारे में विस्तार से जानते हैं

प्राथमिक सेल में 4 प्रकार के सेल उपयोग में किया जाता है यह सेल है
1 साधारण या वोल्टीय सेल
2 लोक्लांसी सेल
3 डेनियल सेल
4 शुष्क सेल

1 साधारण या वोल्टीय सेल

इस में एनोड के रूप में तांबे का छड़ और कैथोड की रूप में जस्ता की छड़ का उपयोग किया जाता है और विद्युत अपघटन के रूप में है सल्फ्यूरिक एसिड का उपयोग किया जाता है

2 लोक्लांसी सेल

इसमें जस्ते की छड़ कैथोड और कार्बन की छड़ी एनोड़ का काम करती है इस सेल में विद्युत अपघटन के रूप में अमोनियम क्लोराइड का उपयोग किया जाता है

3 डेनियल सेल

इसमें विद्युत अपघट्य के रूप में कॉपर सल्फेट का उपयोग किया जाता है इसमें उपस्थित विलियन को तांबे के पात्र में रखकर उस पात्र के बीच में एक जस्ते की छड़ भी डाली जाती है जो कैथोड का काम करती है और तांबे का पात्र एनोड़ का काम करती है

4 शुष्क सेल

यह लोक्लांसे सेल का सुधरा हुआ रूप है इसमें विद्युत अपघट्य के स्थान पर अमोनियम क्लोराइड के गाढ़े पेस्ट का उपयोग किया जाता है
इसमें कार्बन की छड़ी एनोड़ का काम करती है और जस्ते का छड़ कैथोड का काम करती है

B-द्वितीयक सेल

को हम इंग्लिश में सेकेंडरी सेल भी कहते हैं चलिए इसके बारे में हम विस्तार से जानते हैं इस सेल में विद्युत विद्युत ऊर्जा का उपयोग कर रासायनिक ऊर्जा के रूप में विद्युत को परिवर्तित किया जाता है इसके कारण विद्युत अपघट्य की रासायनिक ऊर्जा बढ़ जाती है इस क्रिया को चार्जिंग करना कहा जाता है

चार्जिंग करने से रासायनिक सेल का विद्युत ऊर्जा बढ़ जाता है और इस रासायनिक ऊर्जा को पुनः विद्युत ऊर्जा में परिवर्तन कर उपयोग में लाया जाता है और तब यह क्रिया डिसचार्जिंग कहलाता है

इन सेल में विद्युत ऊर्जा का उपयोग रासायनिक ऊर्जा में संग्रहित कर उपयोग में लाया जाता है इस कारण इन्हें संचायक सेल भी कहा जाता है आजकल मोटर गाड़ियों में सीसा संचायक सेल का उपयोग किया जाता है तथा अन्य उपकरणों में नीफे सेल या सनचारी सेल का उपयोग किया जाता है

आपने क्या सीखा – विद्युत सेल किसे कहते है

हमने इस post में जाना की विद्युत सेल किसे कहते है, यह एक केमिकल से बनने वाला एक विद्युत प्रदान करने वाला छोटा सा मेटल का डिब्बा होता हैं, जो बहुत सारे इलेक्ट्रिकल उपकरण में उपयोग किये जाते हैं जैसे टार्च, रेडिओ, घड़ी इत्यादि | विद्युत सेल को कई प्रकार से बनाया जाता है जिसकी बारे में हमने बात किया, उम्मीद है यह इनफार्मेशन आपके काम आएगा

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