क्लाउड होस्टिंग क्या है |  क्लाउड होस्टिंग कैसे काम करती है | What Is Cloud Hosting in Hindi

  

क्लाउड होस्टिंग क्या है

जब वेब सर्वर का डाटा किसी एक जगह स्टोर ना होकर कई  सर्वर में स्टोर हो तब वहां से डाटा को सेटेलाइट द्वारा एक्सेस कर नजदीकी सरवर द्वारा डाटा को किसी उपयोगकर्ता तक पहुंचाया जाता है इस प्रकार की वेब होस्टिंग सर्विस को क्लाउड वेब होस्टिंग कहा जाता है

क्लाउड होस्टिंग क्या है ( CLOUD HOSTING KYA HAI )

डाटा को सेटेलाइट द्वारा किसी नजदीकी सरवर तक भेज कर डाटा को उपयोगकर्ता तक पहुंचाने की वजह से इसे इसका नाम क्लाउड होस्टिंग पड़ा है क्योंकि डाटा को एक सरवर से दूसरे सरवर तक भेजने के लिए सेटेलाइट बेस्ट इंटरनेट सर्विस को उपयोग किया जाता है जिसमें डेटा ओवर द एयर मतलब क्लाउडली डाटा को सर्व किया जाता है

तो दोस्तों हमने आपको आसान भाषा में क्लाउड होस्टिंग के बारे में बताया कि क्लाउड होस्टिंग क्या है और क्लाउड होस्टिंग कैसे काम करता है,चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं

जबसे इंटरनेट का आविष्कार हुआ है तब से लेकर आज तक डाटा को बहुत ही स्पीड से प्रोसेस करने के लिए latest टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है जिससे कि डाटा बहुत ही स्पीड से पहुंचाया जा सके और उपयोगकर्ता द्वारा मनचाहे जानकारी पल भर मे मिल सके

 इसी डिमांड की वजह से क्लाउड वेब होस्टिंग ( वेब होस्टिंग क्या है )का निर्माण किया गया जैसे कि आप सबको पता है कि इंटरनेट का भी  एक जनरेसन था जिसमें पहले दूसरे तीसरे चौथे जनरेशन तक इंटरनेट का स्पीड बढ़ता गया है

 जैसे-जैसे इंटरनेट की स्पीड बढ़ती जा रही है वैसे वैसे डाटा को स्टोर करने और उपयोगकर्ता तक पहुंचाने के लिए भी नए-नए टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है हमने अपने एक पोस्ट में बताया था कि वेब स्टिंग क्या है और वेब होस्टिंग कैसे काम करता है इस पोस्ट पर जाकर आप समझ पाएंगे कि वेब होस्टिंग क्या है

क्लाउड वेब होस्टिंग कैसे काम करता है

क्लाउड वेब होस्टिंग मे डाटा को किसी एक जगह स्टोर नहीं किया जाता, बल्कि डाटा को क्लोन कर कई जगह स्टोर किया जाता है और जब कोई उपयोग करता अपने जियोग्राफी के आधार पर जब डाटा को एक्सेस करता है तब  वह जो डाटा प्राप्त करता है वह उसे अपने नजदीकी सरवर से प्राप्त होता है

 इसको मैं अब आपको उदाहरण सहित बताता हूं जैसे कि मेरी कोई वेबसाइट है और उसको उसके डाटा को मैंने क्लाउड वेब होस्टिंग पर पर सेव करके रखा है और मेरा जो क्लाउड सर्वर है वह इंडिया पर चार-पांच जगह स्टेबल है इनको मैं आपको जगह के नाम पर बताता हूं जैसे इलाहाबाद, कोलकाता तमिलनाडु, मुंबई, देल्ही और भोपाल

अब कोई यूजर होगा जो मेरी वेबसाइट  की डाटा को पश्चिम बंगाल से एक्सेस कर रहा हूं तब उस वक्त मेरा जो क्लाउड होस्टिंग होगा वह डिडक्ट करेगा की यूजर का लोकेशन क्या है उस आधार पर मेरे उस यूजर को नजदीकी क्लाउड वेब वेब सर्वर द्वारा जो कि कोलकाता में होगा वहां से डाटा को यूज़र तक पहुंचाया जाएगा

 अब जबकि यूजर जो है पश्चिम बंगाल का है और होस्टिंग भी कोलकाता से ही डाटा को सर्व की जा रही है जिससे यूज़र और वेब सर्वर के बीच दूरी कम हो जा रही है जिसके कारण डाटा के ट्रांसमिशन में वक्त बहुत कम लगता है और बहुत स्पीड से ट्रांसपोर्ट होता है

जिसके कारण मेरी वेबसाइट की वेब पेज उसके मोबाइल पर जल्दी लोड होंगे जिससे कि यूजर एक्सपीरियंस बढ़ता है और वेब सर्फिंग करने में उसे किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी अब तो आप समझ गए होंगे कि क्लाउड वेब होस्टिंग कैसे काम करता है

क्लाउड वेब होस्टिंग की टेक्निकल जानकारी

हमने ऊपर में आपको बताया कि क्लाउड होस्टिंग कैसे काम करती है इस टॉपिक पर अब हम आपको बताएंगे कि क्लाउड होस्टिंग में कैसे-कैसे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है

Ssd storage -क्लाउड होस्टिंग प्रदाता कंपनियों द्वारा स्टोरेज के लिए एसएसडी का उपयोग किया जाता है, यह जो एसएसडी है वह नॉर्मल हार्ड डिस्क से ज्यादा फास्ट होती है

डाटा सर्व करने में

 इसलिए आजकल सभी वेब होस्टिंग कंपनियां एसएसडी का प्रयोग करती हैं आमतौर पर मिनिमम 500GB से लेकर 10-10 Tb तक की एसएसडी होस्टिंग कंपनियों द्वारा उपयोग में लाई जाती है

Procesor -अब जबकि स्टोरेज की बात हो गई तब बात आती है प्रोसेस करने की तब होस्टिंग प्रदाता कंपनियों द्वारा अच्छे अच्छे और फास्ट सीपीयू का उपयोग किया जाता है इन सीपीयू का काम ही होता है प्रोसेसिंग को स्पीड को मैनेज करना इसमें अच्छे प्रोसेसर का उपयोग किया जाता है आमतौर पर इंटेल के xenon  सीरीज के प्रोसेसर वेब होस्टिंग मे उपयोग में लाया जाते हैं

Ram -हमने बात की स्टोरेज और प्रोसेसर के बारे में अब इसमें अगला चरण आता है राम के बारे में क्योंकि डाटा को प्रोसेस करने में राम का भी उतना ही बड़ा हाथ होता है जितना कि स्टोरेज और माइक्रो प्रोसेसर का होता है होस्टिंग प्रदाता कंपनियों द्वारा बहुत अच्छे क्वालिटी के राम उपयोग किया जाते हैं जिनकी फ्रीक्वेंसी बहुत होती है क्योंकि उन्हें बहुत स्पीड से डाटा सर्व करना पड़ता है

 नॉर्मल कंप्यूटर पर हमारे द्वारा  4 से 8 जीबी तक का राम को उपयोग किया जाता है जो कि हमारे उपयोग पर डिपेंड करता है

किंतु अच्छे वेब होस्टिंग कंपनियों द्वारा स्पेशली क्लाउड होस्टिंग कंपनियों द्वारा बहुत ज्यादा क्षमता युक्त रैम का उपयोग किया जाता है

आज मार्केट में 32 -32 जीबी तक की ram मिल जाती है जिसके स्पेशली उपयोग मेगा डाटा प्रोसेसिंग में किया जाता है और ऐसे ही high-frequency और वर्किंग कैपेबिलिटी वाले ram का उपयोग क्लाउड होस्टिंग कंपनी द्वारा किया जाता है जिससे कि डाटा बिना किसी रुकावट के निरंतर प्रवाहित होता है

इलेक्ट्रिक सप्लाई – हमने क्लाउड होस्टिंग के विभिन्न हार्डवेयर के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली इसके बाद अगला जो  आता है वह है मुख्य इलेक्ट्रिक सप्लाई, क्लाउड होस्टिंग जो होता है वह अपने आप में एक हाई स्टोरेज क्षमता युक्त कंप्यूटर होते हैं जिनमें बहुत ज्यादा स्टोरेज क्षमता वाले एसएसडी जुड़े होते हैं

 इस प्रकार की पूरी हार्डवेयर को मैनेज करने के लिए लगातार बिजली की सप्लाई होने की जरूरत जरूरी है इसलिए होस्टिंग कंपनियां ऐसी इलेक्ट्रिक सप्लाई लेती हैं जो की कंप्यूटर को 24 घंटे और सातों के सातों दिन बिना रुकावट के चलती रहे,

 इसी को होस्टिंग कंपनियां अपटाइम कहते हैं क्योंकि डाटा को यूजर तक पहुंचाने के लिए आपको हर वक्त एक्टिव रहना पड़ता है

इंटरनेट सर्विस -क्लाउड होस्टिंग में अगला चरण आता है इंटरनेट सर्विस का अब जब आपने पूरा हार्डवेयर सेटअप कर लिया है तब बात आती है डाटा को सर्व करने का इसके लिए होस्टिंग कंपनियां बहुत फास्ट इंटरनेट सर्विस का उपयोग करती हैं जोकि 100 एमबीपीएस से लेकर  100 gbps तक का क्षमता युक्त होता है,

जिसमें एक ही सेकंड में 100 एमबीपीएस से लेकर 100 जीबीपीएस तक की डाटा ट्रांसपोर्ट होती है जो कि क्लाउड होस्टिंग के लिए बहुत जरूरी है स्पीड प्रदान करने के लिए

हमने क्लाउड होस्टिंग में पूरे हार्डवेयर के बारे में जानकारी प्राप्त की आपको पता होगा कंप्यूटर सिर्फ हार्डवेयर से नहीं चलती है उसे चलाने के लिए सॉफ्टवेयर की भी जरूरत पड़ती है

तब क्लाउड होस्टिंग कंपनियां विंडोज और लाइनेक्स बेस्ड सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं जिसमें किसी वेबसाइट का डाटा save होता है

आपने डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का नाम तो सुना होगा उसी प्रकार के सॉफ्टवेयर का उपयोग क्लाउड होस्टिंग वाली उपयोग करते हैं जिसमें पीएचपी,लाइनेक्स,होस्टिंग मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर,सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर,डाटा बैकअप सॉफ्टवेयर और भी बहुत कुछ इन सब के द्वारा ही क्लाउड होस्टिंग मैनेज किया जाता है

दोस्तों हमने आपको बताया कि क्लाउड होस्टिंग में हार्डवेयर सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है

क्लाउड वेब होस्टिंग क्यों जरूरी है

आप सभी मोबाइल यूज करते हैं और इंटरनेट तो चलाते होंगे जिसमें आप सभी अपने मोबाइल में यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि उपयोग करते होंगे.

 लेकिन कभी आपने सोचा है की आप जब किसी ऑप्शन में जाते हैं किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर तब कभी कभार वह प्रोसेस होने में थोड़ा शुरू होता है इसी स्लो इंटरनेट की स्पीड को दूर करने के लिए क्लाउड होस्टिंग वेब सर्विस का उपयोग किया जाता है

ताकि यूजर को लगातार हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस मिलती रहे और डाटा बहुत स्पीड से प्रोसेस हो,इसके लिए सभी बड़ी कंपनियां क्लाउड होस्टिंग का उपयोग करते हैं और कई कंपनियों के पास तो खुद का ही डाटा सेंटर होता है जिसमें पूरे दुनिया भर के उनके user के डाटा उसमें स्टोर होते हैं

अगर हम गूगल की बात करें तब हमारे द्वारा हर वक्त सर्च इंजन में या यूट्यूब में डाटा को खोजा और शेयर किया जाता है

 आपने कभी सोचा है कि हमारे हमारे द्वारा शेयर किया गया कोई भी फाइल कहां रहता है तो उसका एक ही जवाब है कि यह सभी फाइलें क्लाउड होस्टिंग के डाटा सेंटर में रहते हैं जो की बड़ी-बड़ी कंपनियों द्वारा मैनेज किए जाते हैं जैसे कि गूगल का क्लाउड होस्टिंग, amazonवेब होस्टिंग जिसे aws कहा जाता है जिस का फुल फॉर्म होता है अमेजॉन वेब सर्विस,

अब तो आप समझ गए होंगे कि क्लाउड होस्टिंग आज के वक्त में जरूरी क्यों है

क्लाउड वेब होस्टिंग के लाभ

क्लाउड वेब होस्टिंग की सहायता से डाटा को बहुत तेजी से सर्व किया जा सकता है जिससे इंटरनेट ब्राउजिंग और सर्चिंग में आसानी होती है किसी वेबपेज को जब बहुत फास्ट तरीके से ब्राउज़र के सर्च पेज पर लोड किया जाता है तो यूजर एक्सपीरियंस बढ़ता है और डाटा की देरी भी दूर हो जाती है इसके अलावा बहुत सारे फायदे हैं जैसे

किसी एक सरवर के टेक्निकल इश्यू आने पर डाटा दूसरे सरवर से पहुंचा दी जाती है

बैंडविथ बहुत ज्यादा मिलती है मतलब की नॉर्मल शेयर्ड होस्टिंग में आपको 50 gb से लेकर 100 gb तक की मिलती है वही क्लाउड होस्टिंग में आपको 100gb से अधिक बैंडविथ मिलेगी

स्टोरेज क्षमता नॉर्मल पोस्टिंग और शेयर्ड होस्टिंग में स्टोरेज बहुत कम मिलती है जहां शेयर्ड होस्टिंग में स्टोरेज आपको मिनिमम 10 से 30 gb तक की मिलती है,वही क्लाउड होस्टिंग के स्टोरेज में आप को मिनिमम 100 जीबी की स्टोरेज मिलती है

क्लाउड होस्टिंग में आपको अप टाइम 99.99% टाइम  है क्योंकि क्लाउड होस्टिंग में डाटा 2-4 सरवर में सेव होती है जिससे कि किसी एक सरवर में प्रॉब्लम आने पर डाटा दूसरे सरवर से भेजी जाती है

ट्रैफिक को संभालने की विशेष योग्यता क्लाउड होस्टिंग होती है, मान के चलो आप सामान्य  शेयर्ड होस्टिंग यूज़ करते हैं उस स्थिति में जब पर 1 मिनट मे आपकी वेबसाइट में और 10,000 विजिटर आने लगे तब आपका वेबसाइट क्रैश हो जाता है क्योंकि उसकी इतनी कैपेसिटी नहीं होती

वही क्लाउड होस्टिंग की ट्रैफिक संभालने की कैपेबिलिटी बहुत अधिक होती है एक मिनट में ही 10,000 से अधिक विजिटर को आसानी से संभाल सकता है

क्लाउड होस्टिंग के द्वारा डीडीओएस अटैक और साइबर अटैक को आसानी से संभाल लिया जाता है क्योंकि उनका सॉफ्टवेयर मैनेजमेंट और firewall सिस्टम बहुत अच्छा होता है जो कि आपकी वेबसाइट को सिक्योर करती है

इन सब खासियत ओं की वजह से क्लाउड होस्टिंग को उपयोग किया जाता है

क्या हर किसी को क्लाउड वेब होस्टिंग लेनी चाहिए

अगर आप कोई वेबसाइट के मालिक हैं तो अब आपको क्लाउड वेब होस्टिंग का उपयोग करना चाहिए और अगर आप सिर्फ मोबाइल यूजर हैं तब क्लाउड वेब होस्टिंग लेने का कोई मतलब नहीं है आप सिर्फ अपने मोबाइल पर क्लाउड वेब होस्टिंग से प्रदान किए गए सर्विस जैसे यूट्यूब फेसबुक इंस्टाग्राम का मजा ले

क्लाउड वेब होस्टिंग कहां से खरीदें

अगर आपके पास खुद का वेबसाइट है और आप चाहते हैं कि बिना किसी रूकावट के डाटा आपकी यूजर को मिले इसके लिए आपको क्लाउड वेब होस्टिंग सर्विस का उपयोग बिल्कुल करना चाहिए इसलिए बहुत सारी कंपनियां हैं जो सामान्य से लेकर हाई क्वालिटी क्लाउड वेब होस्टिंग सर्विस प्रदान करती है

इन वेब होस्टिंग कंपनियों की वेबसाइट में जाकर आप cloud वेब होस्टिंग सर्विस की मंथली या सालाना किराए पर लेकर उपयोग कर सकते हैं जिसकी कीमत मार्केट की मौजूदा कीमत पर आधारित होगा

आमतौर पर आजकल -होस्टिंगर,होस्टगेटर,और क्लाउडवेज जैसे जैसे वेब होस्टिंग कंपनियां आपको क्लाउड होस्टिंग प्रदान करती है जिनमें सबसे सस्ता होस्टिंग hostinger है इसके बाद होस्टगेटर का नंबर आता है, सर्विस प्रदान करने में सबसे अच्छा cloudways वेब होस्टिंग है.

इसके अलावा भी बहुत सारी कंपनियां हैं जहां से आप क्लाउड होस्टिंग ले सकते हैं जैसे गूगल क्लाउड सर्विस, MICROSOFT AZURE ,amazon वेब सर्विस, ALIBABA CLOUD इत्यादि

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क्लाउड होस्टिंग क्या है ( What Is Cloud Hosting in Hindi)

तो दोस्तों आज हम इस टॉपिक पर आपको विस्तार से बताया कि क्लाउड वेब होस्टिंग क्या होता है ( What Is Cloud Hosting in Hindi) इसको किस प्रकार मैनेज किया जाता है

इसमें किस प्रकार के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाता है तथा किसको क्लाउड वेब होस्टिंग उपयोग करनी चाहिए के बारे में हमने आपको डिटेल से बताया उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आई होगी

” क्लाउड होस्टिंग क्या है ” के बारे आप कुछ पूछना चाहते हैं तो कृपया comment box में जरूर क्वेश्चन पूछे हमें आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा, आप हमारे वेबसाइट vigyantk.com पर यू ही आते रहे जहाँ पर हम विज्ञान , प्रोद्योगिकी, पर्यावरण औऱ कंप्यूटर जैसे विषयो पर जानकारी साझा करते है

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