क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है | Cloud computing in hindi

क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है

क्लाउड कंप्यूटिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें कंप्यूटिंग रिसोर्स , जैसे कि प्रोसेसर, मेमोरी, storage, और नेटवर्किंग, को इंटरनेट पर एक दूर इस्थित सर्वर से एक्सेस किया जाता है। क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करके, यूजर अपने प्रोजेक्ट के लिए स्वयं के हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर खरीदने के बजाय उन्हें रेन्ट पर लेकर ,क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा को उपयोग करता है , क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग – app development and testing , e-comerse website , software development , game development में किया जाता है

क्लाउड कंप्यूटिंग क्या है – आसान भाषा में समझिये

मान के चलो आप कोई गेम खेल रहे हैं जो  दूसरे कंप्यूटर पर होस्ट है जो  बहुत  अधिक क्षमता युक्त ग्राफिक्स कार्ड और प्रोसेसर का उपयोग करती है

तब उस गेम को आपको लाइव एक्सेस करने के लिए आपको फास्ट इंटरनेट सर्विसेज जरूरत पड़ेगी और जब आप फास्ट इंटरनेट सर्विस द्वारा गेम को अपने मोबाइल या कंप्यूटर में ऑनलाइन खेल पाते हैं तब तब इसे क्लाउड कंप्यूटिंग कहा जाता है

क्लाउड computing द्वारा host कंप्यूटर की processing power और storage capicity का उपयोग किया जाता है 

क्लाउड कंप्यूटिंग सिर्फ गेमिंग में उपयोग नहीं होता बल्कि बहुत सारे डाटा स्टोरेज और लाइव डेटा उपयोग में क्लाउड कंप्यूटिंग शब्द का उपयोग किया जाता है

क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार

  • Software as a service (SaaS): user को कंप्यूटिंग hardware , जैसे कि प्रोसेसर, मेमोरी, और भंडारण, को दूर सर्वर से एक्सेस करने की permision देता है। इसके लिए यूजर द्वारा इंटरनेट और सॉफ़्टवेयर का उपयोग कर क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग किया जाता है इसके मुख्य हिस्से servers , virtual machines , storage, networks एंड operating system होते है
  • Platform as a service (PaaS): PaaS user को क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफ़ॉर्म पर अपने प्रयोग ,ऊपयोग और सेवाओं को प्रबंध करने की परमिशन देता है। PaaS सेवा प्रदाता आमतौर पर सभी आवश्यक सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर प्रदान करते हैं, जिससे user को अपना समय और संसाधन के हिसाब से अपने काम पर फोकस करने की छूट मिलती है।
  • infrastructure as a service (IaaS): यह एक सर्विस आधारित टेक्नोलॉजी है जिसमे आप किसी प्रकार की सॉफ्टवेयर आधारित सर्विस को रेंट या पेमेंट करके सुविधाओं का फायदा उठाते है , आपको क्लाउड आधारित सेवा मिलती है जिसको मैनेज करने की जिम्मेदारी सर्विस प्रदाता की होती है  जैसे maintenance, software upgrades and security patching ये सभी काम क्लाउड कंप्यूटिंग प्रोवाइड करने वाली कंपनी आपको प्रदान करती है
  • Serverless computing – Serverless computing एक ऐसा सिस्टम है जिसमें क्लाउड सेवा प्रदाता डेवलपर्स को सर्वर मैनेजमेंट की आवश्यकता के बिना प्रोजेक्ट चलाने की अनुमति देता है। यह कुछ कुछ PaaS जैसे ही हैं जिससे आप बेफ़िक्र होकर अपने app building जैसे काम को कर पाते हो ,

क्लाउड कंप्यूटिंग कैसे काम करता है

 क्लाउड कंप्यूटिंग की टेक्नोलॉजी क्या है -क्लाउड कंप्यूटिंग के लिए सबसे ज्यादा जरूरी चीज होती है इंटरनेट की और यह जो इंटरनेट होगी इसकी स्पीड बहुत ज्यादा होनी चाहिए क्योंकि क्लाउड कंप्यूटिंग से REAL TIME DATA TRANSFER में स्पीड की ही वैल्यू होती है

इसमें किसी खास वेब सर्वर पर डाटा स्टोर होता है और उसे बहुत ही स्पीड से एक्सेस करने के लिए हाई स्पीड इंटरनेट और लाइव डाटा स्ट्रीमिंग की जरूरत पड़ती है

. क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग कर लाइव डाटा स्ट्रीमिंग और एडिटिंग का काम किया जाता है इस प्रकार का काम कई इंस्टीट्यूट द्वारा किया जाता है जो लाइव डाटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर बहुत फास्ट भेजते हैं 

तेज इंटरनेट के अलावा आपके डिवाइस की टेक्निकल कॉन्फ़िगरेशन भी अच्छी होनी चाहिए जिससे कि लाइव डाटा स्ट्रीमिंग और एडिटिंग में प्रोसेस बहुत फास्ट हो इसके लिए उच्च क्षमता युक्त प्रोसेसर और रैम का भी जरूरत पड़ता है

क्लाउड कंप्यूटिंग के विभिन्न प्रकार के उद्देश्य

क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग विभिन्न प्रकार के उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • वेब एप्लिकेशन: क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग वेब एप्लिकेशन बनाने और चलाने के लिए किया जा सकता है। क्लाउड प्रदाता वेब सर्वर, डेटाबेस, और अन्य रिसोर्स को प्रदान करते हैं जो डेवलपर्स को अपने वेब एप्लिकेशन को आसानी से और कुशलता से बनाने और चलाने की सहायता देते हैं।
  • मोबाइल एप्लिकेशन: क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग मोबाइल एप्लिकेशन बनाने और चलाने के लिए किया जा सकता है। क्लाउड प्रदाता मोबाइल एप्लिकेशन को होस्ट करने और manage करने के लिए सेवाएं प्रदान करते हैं।
  • डेटा स्टोरेज: क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग डेटा स्टोर करने के लिए किया जा सकता है। क्लाउड प्रदाता विभिन्न प्रकार के डेटा स्टोरेज विकल्प प्रदान करते हैं, जिसमें ब्लॉक स्टोरेज, ऑब्जेक्ट स्टोरेज, और डेटाबेस शामिल हैं।
  • कंप्यूटिंग पावर: क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग कंप्यूटिंग पावर को किराए पर लेने के लिए किया जा सकता है। क्लाउड प्रदाता विभिन्न प्रकार की कंप्यूटिंग शक्ति प्रदान करते हैं, जिसमें वर्चुअल मशीन, कंटेनर, और फॉन्टियनल कंप्यूटिंग शामिल हैं।
  • एनालिटिक्स: क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग डेटा को विश्लेषण करने के लिए किया जा सकता है। क्लाउड प्रदाता विभिन्न प्रकार के विश्लेषणा करने वाले सॉफ्टवेयर यूजर को प्रदान करते है
  • इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT): क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग IoT उपकरणों से डेटा run करने के लिए किया जा सकता है। क्लाउड प्रदाता IoT उपकरणों को जोड़ने और manage करने के लिए सेवाएं प्रदान करते हैं।
  • मशीन लर्निंग: क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग मशीन लर्निंग मॉडल को ट्रेन करने और रन करने के लिए किया जा सकता है। क्लाउड प्रदाता मशीन लर्निंग सेवाएं प्रदान करते हैं जो डेवलपर्स को मशीन लर्निंग मॉडल को आसानी से और कुशलता से develop करने की सहायता देती हैं।

क्लाउड कंप्यूटिंग कौन उपयोग करता है

  • छोटे व्यवसाय: छोटे व्यवसायी क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करके अपनी आईटी आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं, जैसे वेबसाइट और ऑनलाइन स्टोर बनाकर
  • बड़े व्यवसाय: बड़े व्यवसायी क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करके software development और e-comerse store बनाकर अपना बिज़नेस बढ़ा सकते है
  • सरकारी और प्राइवेट एजेंसियां: ये दोनों सरकारी एजेंसियां क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग करके अपने ऑफिस और एम्प्लॉय की डाटा को स्टोर करती है और इन्फोर्मशन वेबसाइट के जरिये से शेयर भी करती है

क्लाउड कंप्यूटिंग कहां उपयोग किया जाता है

रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा अपने लाइव रिसर्च की डाटा को शेयर करने के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग किया जाता है जिसमें डेटा को रियल टाइम पर कई व्यक्तियों द्वारा एक्सेस किया जाता है और रियल टाइम पर ही डाटा को अपलोड और एडिट कर शेयर भी किया जाता है

साइंटिस्ट द्वारा अपने टेक्निकल इन्वेंशन में किसी मशीन को लाइव कंट्रोल करना या रिमोट से ही किसी मशीन को दूसरे जगह से ऑपरेट करना जैसे कार्य क्लाउड कंप्यूटिंग से ही होते हैं

रिजर्वेशन में

आप ने कभी ना कभी रेलवे या एयरोप्लेन में सफर किये होगा जिसमे आपने अपना सीट बुक करवाया होगा ऑनलाइन ,तब इसमें होता यह है की जब आप मन चाहा सीट अपने लिए बुक करते है तब आपका इनफार्मेशन और आपके सीट का data सर्वर में सेव हो जाता है जिससे कोई दूसरा आपका सीट नहीं बुक कर सकता

इस प्रकार का रियल टाइम डाटा ट्रांसपोर्ट का काम क्लाउड कंप्यूटिंग से ही संभव है

रिसर्च में

इस प्रकार का काम साइंटिस्ट द्वारा किया जाता है जब उनके द्वारा कोई खोज या अविष्कार किया जा रहा हो तब एक ही डाटा अपने ग्रुप में सभी शेयर करते है जो बहुत फ़ास्ट होता जो उनके रिसर्च के लिए आवश्यक होता है

वीडियो गेमिंग में

में आजकल बहुत सारे ऐसे प्लेटफार्म है जो आपको लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग करवाते हैं वीडियो गेम का मेन सोर्स किसी क्लाउड सरवर पर host होता है

 उस डाटा को रियल टाइम डाटा द्वारा यूजर को शेयर किया जाता है जिससे कई यूज़र एक साथ मिलकर या अकेले-अकेले भी किसी वीडियो गेम ऑनलाइन खेल सकते हैं जिसमें पूरा डाटा ही दूसरे होस्ट पर स्टोर होता है और इंटरनेट की सहायता से उसे एक्सेस कर लाइव टाइम में रियल डाटा प्रोसेस कर host को इंस्ट्रक्शन दिया जाता है

जैसे कि आप कोई गेम खेल रहे हैं जैसे battel ground वगैरा इसमें आप जब अपने मोबाइल से  ऑनलाइन लॉगइन कर इंटरनेट की सहायता से लाइव गेमिंग करते हैं

 तब जब आप किसी ऑब्जेक्ट को सूट करते हैं तब शूट करने के बाद वह जो डाटा होगा वह रियल टाइम में आपके कंप्यूटर मोबाइल और होस्ट के बीच डाटा ट्रांसफर होता रहता है

 जिससे कि बिना किसी LAG के साथ GAMING का आनंद उठाया जा सकता है क्लाउड कंप्यूटिंग का यह यह सबसे अच्छा उदाहरण है

 क्लाउड कंप्यूटिंग के लाभ

  • स्केलेबिलिटी: क्लाउड कंप्यूटिंग यूजर को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार रिसोर्स को बढ़ा या घटाने की अनुमति देती है। इससे व्यवसायी को अपनी कॉस्ट को कम करने करने में मदद मिल सकती है।
  • लचीलापन: क्लाउड कंप्यूटिंग उपयोगकर्ताओं को किसी भी स्थान से किसी भी उपकरण से अपने डेटा औरप्रोजेक्ट तक पहुंचने की अनुमति देती है। इससे उन्हें आसानी होती है
  • सुरक्षा: क्लाउड सेवा प्रदाता आमतौर पर डेटा और प्रोजेक्ट की उच्च स्तर सुरक्षा के लिए जाने जाते है
  • स्पीड -Data को speed के साथ उपयोग किया जाता है
  • समय की बचत– क्लाउड कंप्यूटिंग से समय की बहुत बचत होती है क्योकि इसकी स्पीड फ़ास्ट होती है
  • टेलीमेडिसिन– जैसे काम किया जा सकता है
  • यूजर कही भी रह कर इंटरनेट की सहायता से host server से connect हो सकता है

क्लाउड कंप्यूटिंग की हानि

  • इंटरनेट की सही speed नहीं होने से काम रुक जाता है
  • High end कंप्यूटर और नेटवर्क की जरुरत हमेसा होती है
  • क्लाउड कंप्यूटिंग थोड़ी महगी है

क्लाउड कंप्यूटिंग सेवा देने वाले कंपनी

सर्वर रहित कंप्यूटिंग के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:

  • Amazon Web Services (AWS) Lambda: AWS Lambda एक सर्वर रहित कंप्यूटिंग सेवा है जो डेवलपर्स को बिना किसी सर्वर प्रबंधन की आवश्यकता के प्रोजेक्ट चलाने की पर्मिशन देती है।
  • Google Cloud Functions: Google Cloud Functions एक सर्वर रहित कंप्यूटिंग सेवा है जो डेवलपर्स को बिना किसी सर्वर प्रबंधन की आवश्यकता के प्रोजेक्ट चलाने की पर्मिशन देती है।
  • Microsoft Azure Functions: Microsoft Azure Functions एक सर्वर रहित कंप्यूटिंग सेवा है जो डेवलपर्स को बिना किसी सर्वर प्रबंधन की आवश्यकता के प्रोजेक्ट चलाने की पर्मिशन देती है।

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