अम्ल और छार क्या है

अम्ल और छार क्या है

 इस पोस्ट में आज हम अम्ल क्षार संकल्पना में अहमियत का सिद्धांत ब्रॉड लोरी कॉन्सेप्ट और न्यूज़ कांसेप्ट के बारे में जानेंगे

अहर्निश के अनुसार

 एसिड जल में  हाइड्रोजन आयन मुक्त करता है 

HCL— H+CL

CH3COOH—- CH3COO + H

Base  जल में विलय होकर oh  आयन मुक्त करता है वैसे ही

 NaOH   —- Na +OH

NH4OH  —- NH4+OH

ब्रोस्टेड लोरी  के अनुसार

Acid  जो प्रोटोन डोनेट करता है एसिड कहलाता है

H2SO4 —— 2H + SO4

HNO3 ——–H + NO3

Base जो प्रोटोन  ग्रहण करता है वह छार कहलाता है

 NH3+ H  ——- NH4

संयुग्मी अम्ल क्षार कांसेप्ट

  • एसिड जब हाइड्रोजन आयन मुक्त करेगा तो संयुग्मी बेस बनता है
  • जब हैड्रोजन आयन का नंबर बढ़ेगा तो पॉजिटिव की वैल्यू भी बढ़ेगी जिससे संयुग्मी अम्ल बनेगा
  • बेस जब हाइड्रोजन आयन ग्रहण करेगा तब संयुग्मी अम्ल बनता है
  • हाइड्रोजन आयन का नंबर घट जाने से नेगेटिव चार्ज का भी घटेगा तब संयुग्मी छार बनेगा

लुईस अम्ल क्षार संकल्पना

  • लुईस के अनुसार एसिड एकांकी इलेक्ट्रान युग ग्राही होता है
  • जबकि लुईस एसिड वे तत्व होंगे जिनके अस्टक  पूर्ण होंगे इनमें एकांकी इलेक्ट्रॉनिक राही समूह होता है तथा अल्प संयोजी प्रकार के बंद बनता है
  •  बेस एकांकी इलेक्ट्रान जन्मदाता होता है

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